आकर्षण का केंद्र है पोर्न …
आकर्षण का केंद्र है पोर्न …
पोर्न का इतिहास सदियों पुराना है। जब देश में आधुनिक तकनीक का आगमन नहीं हआ था तो राजा, महाराजा कलाकृतियों के माध्यम से पोर्न का आनंद लिया करते थे। राजाओं के पास हजारों रानियां रहती थी फिर भी कलाकृतियों को देखकर वासना की भूख मिटाता था। वर्तमान समय में आधुनिक तकनीक ने पोर्न को घर घर तक पहुंचा दिया है। कुछ बुद्धिजीवी लोगों का मानना है कि बलात्कार के पीछे पोर्न का हाथ है। आंकडो पर गौर करें तो भारत में 50% इंटरनेट यूजर पोर्न देखते हैं। अगर पोर्न ही बलात्कर के लिए प्रेरित करता है तो मेरा मानना है भारत के प्रत्येक घर में एक बलात्कारी है। कुछ मामलों में पोर्न का हाथ हो सकता है लेकिन सभी मामलों में पोर्न वेबसाइट का हाथ बताकर अपनी आत्मा को शांति देना है। पोर्न देखने वाले भारत के 50%लोग पोर्न देखकर खुद को संतुष्ट कर लेता है और कई बडे सामाजिक अपराध से भी देश को बचाता है। पोर्न देखने वालों में ज्यादातर युवा हैं।
सेक्स शिक्षा से जुडे कानून बनाने वाले ‘सिओन हमफ्रेज’ ने कहा है … ‘’आज के बच्चे ऐसी दुनियां में हैं जहां सेक्स एक खुला विषय है। उन्हें बताया जाय कि वो ऐसे हालात में किस तरह का व्यवहार करें।’’ पोर्न का दायरा इतना विस्तृत हो गया है कि वर्तमान समय में पोर्न साइट बंद करना पोर्न को बढाबा देना है। कुछ वर्ष बाद आपकों पोर्न देखने के लिए अपनी जेब खाली करनी पड सकती है। इससे पोर्न का बाजार कई गुणा बढ जाएगा। पोर्न वीडियों में ही नहीं बल्कि साहित्य और चित्रों में भी आसानी से उपलब्ध है। आंकडों के अनुसार भारतीय बाजार में इस समय 20 करोड से अधिक वीडियो क्लीपिंग आसानी से उपलबध है। कुछ साइटों को बंद करने से हालात में कोई सुधार नहीं होगा। पोर्न बाजार के साथ साथ आकर्षण का केंद्र बन गया है।
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