पूरा शहर कर रहा चित्‍कार।


पूरा शहर कर रहा चित्‍कार। 

मिनी मुंबई और व्‍यवसायिक नगरी के नाम से जाना जानेवाला, मध्‍यप्रदेश का आधुनिक शहर इन्‍दौर, दीपावली के अवसर पर खामोश हो गया है। खामोशी भी ऐसी कि एक दूसरे की चीख पूकार सुनाई न दे। शहर के लगभग मकानों में ताले लगे हैं। अपने आप पर इतराता हुआ शहर आज ऐसा लग रहा है जैसे रो रो कर अपनों को वापस बुला रहा हो लेकिन आज इसका कोई नहीं सुन रहा है।सभी लोग शहर छोडकर गांव की ओर जा रहे हैं। ट्रैफिक जाम नहीं है,गाडियों के हार्न सुनाई नहीं पड रहे हैं, अब लडकियों को उपर से नीचे तक घुरने वाला कोई नहीं है। ऐसा प्रतित हो रहा है जैसे कुछ दिन पहले शहर में सुनामी आई हो। 



अंत में दीपावली की ढेरसारी शुभकामनाएं और बधाईयां। दीपावली में आप दीप की तरह जलें और पूरे जग को अंधकर से उजाले की ओर ले जाएं।

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