शिष्‍टाचार  बना  भ्रष्‍टाचार


आज  देश  भर में भ्रष्‍टाचार का  राज चल रहा है1समाज में भ्रष्‍टाचार को शिष्‍टाचार की संज्ञा दी जा रही है1घर आये मेहमान का जिस तरह चाय पानी देकर शिष्‍टाचार प्रकट किया जाता है, ठीक उसी तरह घूस- घपास देकर  शिष्‍टाचार को जल से सीचने का काम किया जा रहा है,ताकि आने वाले भविष्‍य में यह परंपरा चलती रहे, ये भ्रष्‍टाचार कोई  नई बात नहीं है1 आज कुछ नेताओं ने इसे राजधर्म घोषित कर रखा है और इस शिष्‍टाचार के माध्‍यम से बहुत सारे लोग स्‍वयं के श्ष्टि होने का दावा प्रस्‍तुत कर रहे हैं और उसमें खरे  भी उतर रहे हैं,साथ ही काफी लोग प्रयास में भी लगे हैं1भ्रष्‍टाचार आज तक बहुत सारे लोगो को अलंकृत कर चुका है जिसमें कुछ ख्‍याति प्राप्‍त लोग स्‍वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं1
    खैर हाल में ही देश में नया परिवर्तन हुआ है1 (महामहिम) प्रणवमुखर्जी ने रायसीना की रेस जीत ली है1मुखर्जी ने देश को बधाई देते हुए कहा कि  अब हम आतंकबाद और देश में व्‍याप्‍त गरीबी से दूगनी तेजी से लडेगें1 क्‍या आज तक हम इस मुद्धे पर नहीं लड रहे हैं? तो उत्‍तर  आता है की हम तो इस मुद्धे पर आजादी के बाद से ही लड रहे हैं तो  आखिर महामहिम ने नया क्‍या कहा?  देश के प्रमुख पद पर आसीन प्रणव दा  के बारे में  टिप्‍पणी  करना उचित नही होगा1 मगर मैं ये तो कह सकता हूं वित्‍त मामलों के कुशल जानकार रहते हुए भी  देश की आर्थ्कि व्‍यवस्‍था डगमगा रही थी,तो ?  अब आगे क्‍या होगा....? विशेष अगले विचार में........


                                                                          विचारक  --  पंकज सोनी  (एम.ए. प्रथम छमाही)
                                                                                    संचार एवं मीडिया अध्‍ययन केंद्र
                                                                          महात्‍मा गांधी अंतरर्राष्‍ट्रीय हिंदी विश्‍वविधालय
                                                                                              (वर्धा- महाराष्‍ट्र)

Comments

  1. where ever i think you are on proper way we were fighting we are fighting and we will be fight..... it is major problem for our country and if we will be conjugate than it will be remove.

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