फास्‍टफूड पर पली जेनरेशन को सबकुछ फास्‍ट चाहिए।

फास्‍टफूड पर पली जेनरेशन को सबकुछ फास्‍ट चाहिए।


   शायद आपलोग या हमसभी ने न कभी इसके बारे में सोचा, और न कभी सोचने की जोखिम उठाई। जीवन के दौर में बचपन से ही इन बच्‍चों पर फास्‍टफूड अपना असर दिखाना शुरू कर देता है। फास्‍टफूड खाने वाले बच्‍चे अन्‍य बच्‍चों के मुकाबले मोटे होते हैं। उनका ग्रोथ रेसियो ज्‍यादा होता है। उदाहरण के रूप में आप देख सकते हैं शरीर का तेजी से विकास। किसी भी लक्ष्‍य को तुरंत पाने की ललक, कम उम्र में विपरित लिंग के प्रति आकर्षण्‍, अपने बच्‍चों के उम्र से ज्‍यादा दिखना, शैतानी दिमाग तेज चलाना, ज्‍यादा सोचना, कम उम्र में जवान दिखना। ये सभी लक्षण किसी न किसी रूप में फास्‍टफूड खानेवाले बच्‍चों में पाया जाता है। इस रोग को बढाबा देने और इसके पालक बच्‍चे के अभिभावक हैं। हो सकता है आपके बच्‍चे फास्‍टफूड खाने के बाद भी इस रोग से ग्रसित न हों, लेकिन अगले जेनरेशन की जिम्‍मेदारी  तो आप पर है।

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